vyakti vachak sangya
vyakti vachak sangya: आज के इस लेख में हम आपको संज्ञा के एक भेद व्यक्तिवाचक संज्ञा के बारे में विस्तार पूर्वक सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे है।
इस लेख में व्यक्ति वाचक संज्ञा की परिभाषा (vyakti vachak sangya ki paribhasha) उदाहरण (vyakti vachak sangya examples) और कुछ वाक्य जिनकी सहायता से आप व्यक्तिवाचक संज्ञा को अच्छी तरह से समझ पाएंगे। (व्यक्तिवाचक संज्ञा )
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संज्ञा किसे कहते है और उसके भेद
व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते है (vyakti vachak sangya kise kahate hain)
किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु या स्थान के नाम का बोध कराने वाले शब्द को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते है।
जैसे :- राम, सीता, तुलसीदास, एशिया, गंगा नदी, हिन्द महासागर, कबीर दास, तुलसीदास आदि।
व्यक्ति के नाम - राम, लक्ष्मण, सीता, गीता, राधा, मोहन, जवाहरलाल नेहरु, नरेंद्र मोदी, कालिदास, पूजा, आरती, रोहित आदि।
वस्तु के नाम - रामायण, गीता, महाभारत, ऋग्वेद, सामवेद, अथर्व वेद आदि।
पहाड़ों के नाम - हिमालय, एवरेस्ट, अलकनन्दा, कराकोरम, कंचनजंगा,अरावली,आदि।
स्थान के नाम - मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, जयपुर, देहरादून, श्रीलंका, अमेरिका, चीन, राजस्थान, यूरोप, अमरनाथ, केदारनाथ, बद्रीनाथ आदि।
व्यक्तिवाचक संज्ञा को कैसे पहचाने ?
इस संज्ञा को आप निम्न प्रकार से पहचान सकते है :-
1. यह संज्ञा सदैव एकवचन में पायी जाती है। इसे बहुवचन में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है।
2. ये संज्ञा एक विशेषण होता है।
3. इसी संज्ञा से भाववाचक संज्ञा का निर्माण होता है।
vyakti vachak sangya ka udaharan (व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण)
- राधा बहुत अच्छा नाचती है।
- रमेश बहुत अच्छे लेख लिखता है।
- रवि गांव गया है।
- सरदार वल्लभ भाई पटेल एकता के प्रतिक है।
- नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री है।
- शाहरुख खान प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता है।
- राजू दौड़ रहा है।
- रीना खेल रही है।
उपरोक्त उदाहरणों में राधा, रमेश, रवि, राजू, रीना, सरदार वल्लभ भाई, नरेंद्र मोदी, शाहरुख खान ये सभी नाम किसी विशेष या अलग व्यक्तियों का बोध करा रहे है अतः ये व्यक्तिवाचक संज्ञा है।
- जयपुर बहुत खूबसूरत शहर है।
- राजस्थान में बहुत कम वर्षा होती है।
- गुजरात में स्टेचू ऑफ़ यूनिटी बना है।
- दिल्ली भारत के राजधानी है।
उपरोक्त उदाहरणों में जयपुर, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली ये सभी नाम किसी विशेष या अलग स्थान का बोध करा रहे है अतः ये व्यक्तिवाचक संज्ञा है।
- महाभारत से हमें शिक्षा मिलती है।
- रामायण एक पवित्र ग्रंथ है।
- गीता से हमे जीवन जीने की सही राह मिलती है।
इन उदाहरणों में महाभारत, गीता, रामायण विशेष ग्रंथो के नाम है अतः ये व्यक्तिवाचक संज्ञा है।
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