visheshan kise kehte hain
visheshan kise kehte hain: आज के इस लेख में हम आपको विशेषण के बारे में बताने वाले है , इसकी परिभाषा क्या होती है इसके कितने भेद होते है ये सभी जानकारी आज हम आपके साथ साझा करने वाले है।
विशेषण की परिभाषा
संज्ञा की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते है।
कुछ शब्द संज्ञा या उसके स्थान पर आने वाले शब्द - सर्वनाम की विशेषता बताते है। अपने इसी गुण के कारण वे विशेषण कहलाते है।
जैसे -
- अभिमन्यु एक वीर बालक था।
इस वाक्य में ' वीर ' शब्द बालक की विशेषता बता रहा है। यह शब्द ' विशेषण ' है।
कोमल , कठोर , अच्छा , बुरा आदि ये सभी विशेषण शब्द है।
विशेष्य (visheshya) किसे कहते है
जो शब्द संज्ञा की विशेषता बताते है उन्हें विशेषण शब्द कहते है और जिन संज्ञा शब्दों की विशेषता बताई जाती है उन्हें विशेष्य कहते है।
जैसे -
- आलसी लड़के पास नहीं होते।
- मेहनती छात्र फेल नहीं होते।
इन वाक्यों में ' मेहनती और आलसी ' शब्द क्रमशः लड़के और छात्र की विशेषताएं बता रहे है।
' मेहनती और आलसी ' शब्द विशेषण है। ' लड़के और छात्र ' शब्द विशेष्य है।
प्रविशेषण (pravisheshan) किसे कहते हैं
विशेषण शब्द की भी विशेषता बताने वाले शब्दों को प्रविशेषण कहते हैं।
जैसे - बहुत पतला आदमी , बहुत मोती मोटी औरत ,
- प्रिया बहुत सुन्दर लड़की है।
इस वाक्य में सुन्दर विशेषण है और उसकी विशेषता बहुत से बताई जा रही है इसलिए बहुत प्रविशेषण शब्द है।
विशेषण के भेद ( Visheshan ke bhed )
विशेषण के कुल आठ भेद ( प्रकार ) होते है जो की अग्रलिखित है -
- गुणवाचक विशेषण
- संख्यावाचक विशेषण
- परिणामवाचक विशेषण
- सार्वनामिक / संकेतवाचक विशेषण
- व्यक्तिवाचक विशेषण
- प्रश्नवाचक विशेषण
- तुलनबोधक विशेषण
- सम्बन्धवाचक विशेषण
गुणवाचक विशेषण:
जो शब्द संज्ञा के गुण , दोष , रंग , स्थिति , आकार , अवस्था आदि का बोध कराते है वे गुणवाचक विशेषण कहलाते है।
गुणवाचक शब्द का अर्थ होता है गुण बताने वाला।
उदाहरण -
- अभिमन्यु एक वीर बालक था।
- ताजमहल पांच सौ साल पुराना है।
इस वाक्य में ' वीर ' और ' पुराना ' गुणबोध करा रहे है इस कारण गुणवाचक विशेषण है।
गुणवाचक विशेषण शब्द
गुण - भला , दुष्ट , नम्र
रंग - नीला , पीला , हरा
काल - नया , पुराना , वार्षिक
दोष - बुरा , झूठा , पापी
स्थान - देशी , विदेशी , बाहरी,
गंध - सुगन्धित , दुर्गन्धित , गंधित
दिशा - पूर्वी , उत्तरी , दक्षिण
अवस्था - सूखा , गीला , नम
आकार - लम्बा , चौड़ा , बौना
स्वाद - खट्टा , मीठा , तीखा
संख्यावाचक विशेषण :
जो शब्द संज्ञा की संख्या बताते है , संख्यात्मक कहलाते है।
संख्यावाचक शब्द का अर्थ होता है संख्या का बोध कराने वाला। ऐसे शब्द जो संज्ञा और सर्वनाम की संख्या का बोध करवाते है संख्यावाचक विशेषण कहलाते है।
उदाहरण -
- ताजमहल पांच सौ साल पुराना है।
- अभिमन्यु ने सातों महारथियों को हरा दिया था।
इन वाक्यों में ' पांच सौ ' और ' सातों ' संख्या का बोध करा रहे है इसलिए यह संख्यावाचक विशेषण है।
संख्यावाचक विशेषण शब्द
पूर्णांक - एक, दो , तीन
अपूर्णता - आधा , पौन , सवा
क्रम - पहला, दूसरा , तिसरा
समुदाय - दोनों , तीनो , दसो
प्रत्येकता सूचक - एक - एक , दो - दो , तीन - तीन
अनिश्चित - कुछ, सब, बहुत
आवृत्ति - दुगुना, तिगुना, चौगुना
परिणामवाचक विशेषण :
संज्ञा की माप - तौल बताने वाले शब्द परिणामवाचक विशेषण कहलाते है।
ऐसे विशेषण शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम शब्द की मात्रा , नाप , तौल और परिणाम आदि का बोध कराता है परिणामवाचक विशेषण कहलाते है।
उदाहरण -
- दो मिनट सुस्ता लो, अभी बहुत काम करना बाकी है।
- सीता बाजार से चार किलो आलू लाई।
इन वाक्यों में ' दो ' और ' चार ' शब्द नाप - तौल मात्रा बता रहे है , अतः ये परिणामवाचक विशेषण है।
परिणामवाचक विशेषण के दो भेद होते है -
निश्चित परिमाणवाचक विशेषण : ऐसे परिणामवाचक विशेषण शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम शब्द की निश्चित मात्रा , नाप या परिणाम का बोध कराता है निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहलाता है।
उदाहरण -
- पांच लीटर दूध देना।
- गाय 10 लीटर दूध देती है।
अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण : ऐसे परिणामवाचक विशेषण शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम शब्द की निश्चित मात्रा, नाप या परिणाम का बोध नहीं कराता है निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहलाता है।
उदाहरण -
- थोड़ा सी चाय देना।
- मुझे कुछ सामान चाहिए।
सार्वनामिक / संकेतवाचक विशेषण :
जो शब्द किसी संज्ञा की ओर संकेत करते है , संकेतवाचक विशेषण कहलाते है।
इन्हे सार्वनामिक विशेषण भी कहते है।
ऐसे शब्द जो विशेषण के तौर पर किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते है सार्वनामिक विशेषण कहलाते है।
उदाहरण -
- यह मेरी गाय है वह किस की है।
- वह कौन आ रहा है?
- यह मेरा घर है।
' यह ' ' वह ' संज्ञा की ओर संकेत कर रहे है अतः ये सार्वनामिक / संकेतवाचक विशेषण है।
व्यक्तिवाचक विशेषण :
जो शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा से बनते है , व्यक्तिवाचक विशेषण कहलाते है।
ऐसे शब्द जो असल में व्यक्तिवाचक संज्ञा से बने हुए होते है और विशेषण शब्द बनाते है या निर्माण करते है वे शब्द व्यक्तिवाचक विशेषण कहलाते है।
उदाहरण -
- भारतीय लोग अहिंसा प्रेमी होते है।
- मुझे भारतीय खाना बहुत पसंद है।
- नागपुरी संतरे बहुत प्रसिद्ध होते है।
इन वाक्यों में भारतीय और नागपुरी , व्यक्ति वाचक संज्ञा से बने होकर संज्ञा की विशेषता बता रहे है अतः व्यक्तिवाचक विशेषण है।
प्रश्नवाचक विशेषण :
किसी संज्ञा के साथ उसके विषय में प्रश्न करने वाले शब्द प्रश्नवाचक विशेषण कहलाते है।
ऐसे शब्द जिन्हे संज्ञा या सर्वनाम में जानने के लिए प्रयोग होता है, जैसे क्या , कौन, आदि वे शब्द प्रश्नवाचक विशेषण कहलाते हैं।
ऐसे शब्द जिनका प्रयोग संज्ञा या सर्वनाम को जानने के लिए होता है जैसे की क्या , कौन , कैसे आदि वे शब्द प्रश्नवाचक विशेषण कहलाते हैं।
उदाहरण -
- कैसी पुस्तक , कौन-सी पुस्तक .
- किसकी पुस्तक मांग रहे हो ?
- मेरे जाने के बाद कौन आया था ?
इन वाक्यों में कैसी , कौन - सी , कौन, किसकी शब्द पुस्तक के साथ आकर उसके विषय में प्रश्न कर रहे है , अतः ये प्रश्नवाचक विशेषण है।
तुलनबोधक विशेषण :
ऐसे वाक्य में संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता तो बताई ही जाती है साथ में किसी व्यक्ति या वास्तु की तुलना भी की जाती है तुलनबोधक विशेषण कहलाते है
वे शब्द जिनसे दो वस्तुओं की आपस में तुलना की जाती है तुलनबोधक विशेषण शब्द कहलाते है।
उदाहरण -
- सीता गीता से ज्यादा सुन्दर है।
- राम का स्वभाव श्याम से ज्यादाअच्छा है।
इन वाक्यों में दो व्यक्तियों की विशेषताओं की तुलना की जा रही है।
सम्बन्धवाचक विशेषण :
जब किसी एक व्यक्ति या वस्तु का सम्बन्ध किसी विशेषण शब्द से दूसरे व्यक्ति या वास्तु के साथ बताया या जताया है वहां पर सम्बन्धवाचक विशेषण होता है।
उदाहरण -
- पृथ्वी का भीतरी भाग मैग्रा भरा हुआ है।
आशा करते है आपको visheshan kise kehte hain के बारे में दी गयी जानकारी पसंद आयी होगी और समझ भी क्योकि हमने इसे बिलकुल ही आम भाषा में आपके सामने प्रस्तुत किया है।
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